क्यों किया जाता है होलिका दहन, जानिए इस दिन का महत्व | Holi 2021
होलिका दहन का महत्व
होलिका दहन के इस अवसर पर आग जलाकर लोग इसके करीब इकट्ठा होते हैं और परिक्रमा करते हैं। इस दाैरान लोग अग्नि में घरों से गोबर से बने बल्ले लाकर डालते हैं। वहीं महिलाएं घर में समृद्धि, सुख और शांति तथा संतान के लिए होलिका पूजन करती हैं। होली की अग्नि और राख को घर में लाने से घर से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में होलिका दहन के दाैरान किसान अपनी फसल के नए दाने अग्नि को अर्पित करते हैं। मान्यता है कि होलिका की अग्नि में सेक कर लाए गए अनाज खाने से व्यक्ति निरोग व खुश रहता है।
होलिका दहन के इस अवसर पर आग जलाकर लोग इसके करीब इकट्ठा होते हैं और परिक्रमा करते हैं। इस दाैरान लोग अग्नि में घरों से गोबर से बने बल्ले लाकर डालते हैं। वहीं महिलाएं घर में समृद्धि, सुख और शांति तथा संतान के लिए होलिका पूजन करती हैं। होली की अग्नि और राख को घर में लाने से घर से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में होलिका दहन के दाैरान किसान अपनी फसल के नए दाने अग्नि को अर्पित करते हैं। मान्यता है कि होलिका की अग्नि में सेक कर लाए गए अनाज खाने से व्यक्ति निरोग व खुश रहता है।
होलिका दहन का इतिहास
होलिका दहन में सबसे प्रसिद्ध प्रह्लाद के बारे में है जो हिरण्यकश्यप नामक एक राक्षस का पुत्र था। हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु में अपने बेटे प्रह्लाद के विश्वास के खिलाफ था और अपने ही बेटे को मारने के लिए अपनी बहन होलिका की मदद मांगी। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, होलिका के पास एक दिव्य शाल था जो उसे अग्नि से बचाने के लिए भगवान ब्रह्मा द्वारा उपहार में दिया गया था। जिसे ओढ़कर वह प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठ गई लेकिन प्रह्लाद की जगह होलिका ही जल गई। इसलिए इस दिन को होलिका दहन के रूप में जाना जाता है।
होलिका दहन में सबसे प्रसिद्ध प्रह्लाद के बारे में है जो हिरण्यकश्यप नामक एक राक्षस का पुत्र था। हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु में अपने बेटे प्रह्लाद के विश्वास के खिलाफ था और अपने ही बेटे को मारने के लिए अपनी बहन होलिका की मदद मांगी। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, होलिका के पास एक दिव्य शाल था जो उसे अग्नि से बचाने के लिए भगवान ब्रह्मा द्वारा उपहार में दिया गया था। जिसे ओढ़कर वह प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठ गई लेकिन प्रह्लाद की जगह होलिका ही जल गई। इसलिए इस दिन को होलिका दहन के रूप में जाना जाता है।
0 Response to "क्यों किया जाता है होलिका दहन, जानिए इस दिन का महत्व | Holi 2021"
एक टिप्पणी भेजें